
श्वेताश्वतरोपनिषद – shwetashwatar upanishad
श्वेताश्वतरोपनिषद – Shwetashwataropanishad : वेदों के पश्चात् उपनिषदों को ही महत्वपूर्ण ग्रन्थ कहा जाता है। उपनिषदों में श्वेताश्वतरोपनिषद का महत्वपूर्ण स्थान है। श्वेताश्वतरोपनिषद में कुल छः अध्याय हैं जिनमें आपको अनेकों वेदमंत्र भी देखने को मिलते हैं। यहां श्वेताश्वतरोपनिषद (shwetashwatar upanishad) संस्कृत में दिया गया है।