कर्मकांड सीखें वेबसाइट पूर्णतः नई वेबसाइट है और यहां कर्मकांड सीखने से संबंधित आलेख क्रमशः प्रकाशित किये जायेंगे जिसे पढ़ और समझकर एक सामान्य कर्मकांडी भी कुशल कर्मकांडी बन सकता है।
कर्मकांड सीखें पर क्या-क्या है ?
कर्मकांड सीखें पर नित्यकर्म, नैमित्तिक कर्म और शांति कर्म तीनों प्रकार की विधि और मंत्रों की जानकारी दी गयी है साथ ही अनेकों कर्मकांड की PDF फाइल भी दी गयी है जिसे डाउनलोड भी किया जा सकता है। यहां वर्ष भर के पर्व-त्यौहार, व्रत आदि की विधि – मंत्र और कथायें दी गयी है। कथा व पंचांग हेतु एक विशेष टैग ही बनाया गया है।
यहां सभी विषय प्रामाणिक रूप से अर्थात जो शास्त्रोचित हो वो प्रस्तुत करने का प्रयास किया जाता है। किन्तु यह भी दो वर्गों के लिये दो प्रकार से प्रभाव उत्पन्न करने वाला होता है।
कर्मकांड सीखें वेबसाइट की अन्य सहयोगी वेबसाइट भी है। कर्मकांड सीखें पर किसी कर्मकांड के प्रत्येक विषय का गूढ़ विश्लेषण किया जाता है जो गहराई से जानकारी देने वाला होता है। वहीं कर्मकांड विधि (https://karmkandvidhi.in/) पर पूजा-पाठ आदि की विधि और मंत्र दिया गया है और कर्मकांड कैसे सीखें (मंत्र प्रकरण – https://sanskritmantr.in/) में मंत्रों के अनेकानेक प्रकार दिये जाते हैं जो कि कर्मकांड ज्ञान और संपादन में विशेष महत्वपूर्ण होते हैं। कर्मकांड सीखें के आलेखों में संबंधित विषयों के विधि और मंत्र प्रयोग संबंधी अनुसरण लिंक समाहित कर दिया जाता है जिससे प्रत्येक विषय की सर्वांगीण जानकारी प्राप्त करने में सहायता प्राप्त होती है।
एक वर्ग होते हैं उचित व शास्त्रोक्त विधि का ज्ञान चाहने वाले, प्रामाणिक तथ्य प्रिय और एक दूसरा वर्ग होता है स्वेच्छाचारी जो यदा कदा एक पंक्ति भी बोलते पाये जाते हैं “जब जइसन तब तइसन, नै तइसन तॅ पंडित कइसन”; वास्तव में इस वर्ग के लोग पंडित के नाम पर कलंक होते हैं और शास्त्रोक्त व प्रामाणिक चर्चा कदापि नहीं चाहते। इस वर्ग ने कर्मकांड जो ले डूबने में कोई कमी नहीं छोड़ रखा है और ऐसे वर्ग के लिये कर्मकांड सीखें पर प्रकाशित होने वाले आलेख लंका लगाने वाले होते हैं।
कर्मकांड सीखें (Karmkand Sikhen) युक्तियुक्त व प्रामाणिक तथ्य जो शास्त्रोचित हो प्रस्तुत करता है। तथापि त्रुटियां सदैव संभावित रहती है अतः यदि कोई त्रुटी दृष्टिगत हों अथवा कोई तथ्य प्रमाण के विरुद्ध हो, युक्तियुक्त न हो तो उसके बारे में हमें अवश्य अवगत करें जिससे परिष्कार किया जा सके, साथ ही यदि कोई ऐसा प्रकरण हो जो अपेक्षित हो पर अनुपलब्ध उसके बारे में भी अवगत करें और सनातन समाज हेतु ज्ञानगंगा बन सके। इस उद्देश्य की सिद्धि हेतु विद्वज्जनों की कृपा आवश्यक है अतः अपनी कृपा अवश्य प्रदान करें ।
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सभी विषयों का व्यापक विश्लेषण भी किया गया है और सामग्रियों की सूचियां भी दी गयी है। विभिन्न प्रकार के मुहूर्तों की सूची भी दी गयी है। किसी भी प्रकार की जानकारी के लिये ईमेल करे : info@karmkandsikhen.in
पर्व त्यौहार
- सनातन धर्म में नित्यकर्म: एक विस्तृत अध्ययन | आवश्यकता या अनिवार्यता – Nitya Karma in Hindi
- शाखारण्ड : एक महत्वपूर्ण विश्लेषण – Shakharand
- कर्मकांड में पत्नी की आवश्यकता – karmkand me patni
- शिखा विधान : शिखा का महत्व – shikha ka mahatva
- कर्मकांड में प्राणायाम विधान – pranayama kya hai